Thursday, March 24, 2022

डायमंड कॉमिक्स का वो खूबसूरत दशक ।।

 


आशुतोष शर्मा जी की कलम से

1989 की बात है, जब मै पांचवीं कक्षा में था, उस समय बड़े भाई एक comic लाए थे फ़ौलादी सिंह और पागल रोबोट l फ़ौलादी सिंह और नागराज के हम दोनों भाई जबरा फैन होते थे l कॉमिक बहुत जोरदार थी जैसी आशा होती थी l परंतु उसका अगला भाग सितारों का दुश्मन आना बाकी था l बहुत इन्तेज़ार करवाया उस भाग ने l बस कैसे भी पूरी कहानी पढ़नी होती थी l उसके बाद आने वाली diamond comics का निराशा जनक दौर शुरू हो गया l कहानी से वो quality एकदम से गायब ही हो गयी l 

Diamond comics में जहां प्राण साब के चरित्र बच्चों में अत्यधिक लोकप्रिय रहे वहीँ दूसरी ओर किशोरों को Ashwini ashu की लेखनी से सुसज्जित फ़ौलादी सिंह, महाबली शाका,  लंबू मोटु जैसे चरित्र लुभा रहे थे l 

यद्यपि अश्विनी आशु जी का नाम बहुत दिनों तक आगे भी डायमंड कॉमिक्स में छपता रहा परंतु कथानक की गुणवत्ता बहुत नीचे पहुंच चुकी थी l एक ब्लॉग से ये भी पता लगा कि आशु जी स्वर्गवासी हो चुके थे, फिर भी उनका नाम लम्बे समय तक चलाया गया l 

डायमंड कॉमिक्स के उत्थान में जितना योगदान प्राण साब का रहा, आशु जी का योगदान उनसे बिल्कुल भी कम नहीं था l 

 यही कारण था कि हर उम्र वर्ग में डायमंड कॉमिक्स 80 के दशक में अपने समानांतर प्रकाशनों में सबसे लोकप्रिय थी l 

आशु जी के कथानक तार्किक, रोमांचकारी और किसी graphic नॉवेल से कम नहीं होते थे l या यूं कहिये कि ग्राफिक नॉवेल को प्रसिद्ध बनाने में आशु जी की लेखनी का बहुत बड़ा योगदान है l 


यद्यपि उस समय cheenu chtrikatha जैसे छोटे publishers ने famous novels को ग्राफिक नॉवेल सीरीज में उतारा जिसे परशुराम शर्मा सर और जगदीश पंकज सर ने  अपने विशिष्ट ढंग से कॉमिक्स फॉर्म में उतारा l (सुलेमान का खजाना 4 भाग सीरीज,  भटकती आत्मा 4 भाग  सीरीज) परंतु डायमंड कॉमिक्स के एकाधिकार के चलते अधिक प्रसिद्ध ना हो सके l 

उसकी अति लोकप्रियता ने उस समय मनोज कॉमिक्स को दूसरे स्थान पर रखा l डायमंड कॉमिक्स के नीचे आते आते राज कॉमिक्स के नागराज और सुपर कमांडो ध्रुव का लगभग एकछत्र राज हो गया l 

बहुत से अच्छे लेखक विमल चटर्जी, परशुराम शर्मा, अंसार अख्तर, हनीफ सर जैसे और भी लेखक कॉमिक्स जगत में आए l परंतु आशु जी जैसी कहानियों की छाप कभी कोई स्मृति पटल पर छोड़ नहीं पाए l 

अब समय बदल गया हैl कॉमिक्स जगत का नया युग शुरू हो चुका है, नए प्रकाशनों का आगमन हुआ है l आशा है कि भविष्य में भी वैसी ही मौलिक उत्कृष्ट कथानक पुनः एक बार सभी पाठकों के हृदय पर शासन करे l