Vikas D जी की कलम से✍
तौसी और गिद्ध कॉमिक्स से बहुत सी यादें जुड़ी है।
एक समय ऐसा था जब तौसी और गिद्ध कॉमिक्स का बेसब्री से इंतज़ार था । गिद्ध की एक अलग ही खतरनाक छवि बन गयी थी कॉमिक्स आने से पहले दिलो-दिमाग में
जब मैं सिक्स क्लास में था तब इसे लास्ट टाइम देखा था..... हमारे यहां जहां अब हम रह रहे हैं पहले एक वियावान जंगल था और रेलवे पटरी के पास काफी बंजर भूमि भी थी... उस बंजर भूमि बीच में एक जोहड़ था जहां वाल्मीकि समाज के लोग की पूरी बस्ती है इस बस्ती के बीच में से हमारे स्कूल को जांने वाला एक शॉर्टकट रास्ता था अक्सर मैं और मेरा भाई पंकज इसी रास्ते से जाया करते थे उस जोहड़ के आसपास हजारों हजार की तादाद में गिद्ध पाए जाते थे और वह साइज में इतने बड़े हुआ करते थे जिन्हें देखकर डर जाया करता था मेरा भाई पंकज मुझे बोलता था कि गिद्ध आदमियों को लेकर उड़ जाते हैं तो मैं इनसे बहुत डरता था.....मेरा भाई पंकज तो ऐसा करता था जैसे हम उस जोहड़ के नजदीक पहुंचे था वैसे ही मुझे छोड़कर घर की ओर भाग जाता था मैं डरता डराता रोता हुआ घर आता था...... लेकिन एक लंगडी पटवारी ने अवैध तरीके से लोगों को बेच दिया है अब यहां पर पूरी कॉलोनी बस चुकी है गिद्ध नहीं पाए जाते..... अब यहां भेड़िए मिलते हैं इंसानी रूपी भेड़िए है मेरे पास एक फोटो है ढूंढ कर अपलोड करूंगा जिसे मेरे भाई ने खींचा था इसमें मैं और मेरा एक दोस्त खड़े हुए हैं और पीछे एक विशालकाय गिद्ध बैठा हुआ है हमारे घर की छत पर......
इस कॉमिक्स के रिलीज़ होने से पहले तौसी की कई कॉमिक्स के लास्ट पैनल में गिद्ध को दिखाया गया था। उस एक पैनल के कारण गिद्ध को जानने की उत्सुकता बहुत ज्यादा बढ़ गयी थी। और इस उत्सुकता को और भी ज्यादा आसमान पर पहुंचा दिया था, इस कॉमिक्स के लिए आये विज्ञापन ने।
ReplyDeleteतौसी और गिद्ध, फिर इसका अगला पार्ट तौसी और गिद्ध का इंसाफ, दोनों कॉमिक्स में जो गिद्ध की कहानी दिखाई गई, उसने हमारे जैसे कई कॉमिक्स फैंस को तौसी के साथ साथ गिद्ध का फैन भी बना दिया था। इन कॉमिक्स जे बाद गिद्ध तौसी श्रृंखला का स्थायी पात्र बन गया था।
अब देखिए, विकास भाई की याद ने हमें भी यादों के समंदर में धकेल दिया है।
🙂🙂🙂🙏🙏