Sunday, January 17, 2021

क्लासिक नागराज का वो स्वर्णिम दौर ।।


        Jai Kishor Rankawat जी की कलम से

                         क्लासिक नागराज...

राज कॉमिक्स से जुड़ी कुछ यादों में सबसे खास है पुराने ऐड। जब कॉमिक्स के पिछले पेज पर इस तरह के ऐड देखता था तो रोमांच का एक सैलाब से फूट पड़ता था। उस वक़्त नागराज के गिने चुने कॉमिक ही मैंने पढ़ रखे थे। और जब भी नागराज के प्रकाशित कॉमिक्स की लिस्ट देखता था तो वो सनसनीखेज नाम पढ़कर बहुत कल्पनाएं करता था। जब नागराज के इस तरह के बैक कवर ऐड पर नज़र जाती तो मानो दिमाग झनझना उठता। बस कल्पनाओ की उड़ान। टाइटल कवर के चित्र देख कर ही कहानी का अनुमान लगाता रहता था। मुझे नागराज, ध्रुव, बांकेलाल के इस तरह के टाइटल कवर के चित्र वाले ऐड  बहुत ज्यादा पसंद थे।

नागराज के इन कॉमिक्स में मुझे सबसे ज्यादा प्रभावित किया कोबरा घाटी के कवर ने। इसके साथ ही खूनी कबीला, लाल मौत, नागराज और कालदूत जैसे धमाकेदार कॉमिक्स मन पर छाए रहते। अब नागराज के नए कॉमिक तो मेरे हाथ मे आ रहे थे लेकिन पुराने कॉमिक्स उपलब्ध नहीं थे। उनके प्रति मेरी तड़प भी बढ़ती जा रही थी। दरअसल मैं जिस शहर में रहता हूं वहां एक दो दुकाने ही थी जो मैं जानता था। वहां नए सेट तो कभी कभार मिल भी जाते लेकिन पूर्व प्रकाशित कॉमिक्स अब नहीं मिल रही थी। मैंने नागराज को 'काबुकी का खज़ाना' से पढ़ना शुरू किया था।इस से पहले वाले कॉमिक्स मुझे मिल नहीं रहे थे। धीरे धीरे ये कॉमिक मेरे हाथ में आने लगे। कोई खस्ता हालत में होते तो कोई बेहतर हाल में मिल जाते। इनकी खोज कुछ इस तरह से की मानो बगदाद की पुरानी गलियों में कोई रहस्यमयी चीज़ ढूंढी जा रही हो। एक एक कॉमिक् कीमती हीरे की तरह जमा की। मुझे आज भी ये कैप्शन रोमांचित करते हैं- "राज कॉमिक्स में पढ़िए नागराज के धमाकेदार कॉमिक्स/नागराज के सनसनीखेज कॉमिक्स/ नागराज के हैरतअंगेज कॉमिक्स।"

आज नए कॉमिक्स आते जा रहे हैं लेकिन उनमें वो बात कहां जो  इन अद्भुत 32 पन्नो में थी।

आज मेरे पास ये सारी कॉमिक्स है। सहेज के रखी है। इनमे बचपन जो है मेरा। 😊❤️











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