Friday, January 1, 2021

भारतीय कॉमिक्स जगत का वो स्वर्णिम दौर

 







Rajesh Jasiwal जी की कलम से ✍

सहपाठियों,......💐 ये कालजयी कॉमिक्स कैसे बंद हुईं ?दुख हो रहा है 😢😢😢😢 कितने बड़े लेखकों, आर्टिस्टों को हमने गुमनामी की गर्त में जाने अनजाने में धकेल दिया।इसका जिम्मेदार मैं भी अपने आपको मानता हूँ।ये कॉमिक्स हमारे लोगो को हमसे जोड़ने का अतुल्नीय साधन था।उफ! ये पीड़ा सचमुच इतने वर्षों बाद उभरेगा वो भी हर चीज़ काफी एडवांस औऱ बेहतर होगी पर मन को सिर्फ आनंद देने का काम सिर्फ ये पुरानी कॉमिक्स ही कर पा रही हैं।इसका कारण एकमात्र हैं ऐसा मेरा मानना है कि ये कॉमिक्स हृदय से निकल कर मस्तिष्क पे छाप छोड़ती थी।कहानी,पटकथा ,कला इत्यादि सब एक ही समय की थी पर समय और भावनाओं से काफी आगे थी।जो भी आगे इसका उद्भव फिर से होगा कि नही कहा नही जा सकता पर ये सब हमारे यादों में अपना प्रेम उड़ेल चुकी हैं और समय समय ये फिर हमें स्वर्णिम पलो में ले जाएंगी।मनोज कॉमिक्स,तुलसी कॉमिक्स,अमरचित्रकथा,इंद्रजाल कॉमिक्स,स्टार कॉमिक्स,पवन कॉमिक्स,डायमंड कॉमिक्स,प्रभात कॉमिक्स,राधा कॉमिक्स,दुर्गा कॉमिक्स,राज कॉमिक्स इत्यादि।







1 comment: