Friday, March 17, 2023

कॉमिक्स वाला बचपन❤️

मुकेश भैया मेरे पड़ोस में रहने वाले बंटी भैया के दोस्त थे,मुझे याद है बड़े लंबे लंबे छक्के लगाते और लेग स्पिन बहुत अच्छी कराते थे वो, बोले तो एकदम झक्कास शेन वार्न की तरह मुकेश भैया मुझे जब भी याद आते है तो उनसे जुड़ा एक वाक्या याद आता है हमारे मोहल्ले से कुछ दूरी पर एक दुकान हुआ करती थी "मास्टर बुक डिपो" उन दिनों हमारे इलाके में कॉमिक्स के मामले में सब से टॉप पर यहीं दुकान थी एक दिन मुकेश भैया उनसे कुछ कॉमिक्स किराये पे ले आए जिनमें समुद्र का शैतान, नरभक्षी संगीत,अजगर का तूफान,उड़ती मौत और मनोज कॉमिक्स की राम रहीम सीरीज की इच्छाधारी नागिन और शैतान नेवला थी , ये कॉमिक्स वो ले तो आए पर और उन्होंने महीनों ये वापिस नहीं की अपना एड्रेस भी वो गलत लिखवा के आए थे दुकानदार चुन्नू अंकल को , तो मुकेश भैया के बताए एड्रेस पर जाकर भी उन्हें निराशा हाथ लगी, अब एक दिन मैं हाफ रेट में (बचपन में जेब जो बेवफा होती है) कुछ कॉमिक्स खरीदने चुन्नू अंकल की दुकान पे पहुंचा तो उन्होंने मुझसे पूछा तू इस मुकेश को जानता है (हुलिया बताकर) मैंने हां कर दी और उन्हें मुकेश भैया के घर ले गया और मैंने खुद मुकेश भैया को आवाज देकर बाहर बुलाया और उन्हें उपहार स्वरूप चुन्नू अंकल से एक थप्पड़ रसीद करवाया ,बाद में चुन्नू अंकल के जाने के बाद मुकेश भैया ने वही थप्पड़ मुझे वापस रसीद कर दिया मैंने रोते हुए जाकर अंकल चुन्नू को बताया तो उन्होंने मुझे चुप कराने के लिये एक कॉमिक्स फ्री गिफ्ट की नागराज सीरीज की "खूनी यात्रा" जिसके बाद मैं सब कुछ भूल गया था बस इतना याद था की मेरे पास खूनी यात्रा कॉमिक्स है ❤️

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