Friday, November 17, 2023

नागराज के दुश्मन साधारण होते हुए भी असाधारण थे

Vikas Das जी की कलम से.........तब नागराज साधारण था दुश्मन भी साधारण थे लेकिन उनकी योग्यताएं असाधारण थी। वे बेरहम थे, जिन्हें नागराज ढूंढता हुआ उनके घर में जाकर मारता था। और ऐसे ही शातिर लुटेरों की जमात आज भी उस नागराज का इंतजार कर रही है, और नागराज भी इन से बदला लेने को तड़प रहा है। एक दौर वो था जिस नागराज का नाम सुनकर आतंकी और अपराधी उस जगह को छोड़ देते थे, आज एक नागराज ऐसा है जो एक महानगर में रहता है और अपराधी भी जानते हैं कि वह अब महानगर का निवासी हो चुका है। फिर भी अपराधी अपनी मां बहन करवाने उसी महानगर में जाते हैं। कभी सर्प मानव की शक्ल में कभी डायनासोर ,कभी यंत्रमानव की शक्ल में और कभी-कभी तो घोड़ा लहसुन की शक्ल में भी,

No comments:

Post a Comment