विकास दास जी की कलम से
आज मुझे नागराज की शुरुआती पांच कॉमिक्स प्राप्त हुई वैसे तो मेरे पास नागराज का लगभग पूरा कलेक्शन है परंतु यह कॉमिक्स अत्यंत दुर्लभ थी और ढूंढने से भी नहीं मिल रही थी कई मित्रों के पास थी जिन्होंने मुझे आश्वासन भी दिया था कि वह मुझे दे देंगे लेकिन वह अपनी बातों पर खरे नहीं उतरे और मुझे यह कॉमिक्स नहीं मिली
कॉमिक्स के साथ नागराज का स्टीकर्स बेमिसाल है और सबसे बड़ी खास बात सभी स्टीकर्स क्लासिकल नागराज के है जो कि हमारे हृदय में बसता है......
कुल मिलाकर कॉमिक्स बहुत ही शानदार है बस अगर नॉर्मल पेपर में छपती तो और ज्यादा बेहतर होता लेकिन कोई नहीं मार्केट में ब्लैक मार्केटिंग से लोग पुरानी कॉमिक्स के नाम पर अंधाधुंध पैसा मांग रही थे कम से कम उनके इस घटिया आचरण पर लगाम तो कसी की जा चुकी है
कॉमिक्स और बेहद ही शानदार है और इसको कॉमिक्स के साथ जो सबसे अच्छा गिफ्ट मेरे पास आया वह जिस पैकिंग में आया था वह पान्नी मुझे बेहद पसंद है अब इसे कॉमिक्स पढ़ते हुए एक-एक करके पटपट कर के फोडूंगा🤣😂 पन्नी से खोलते हुए इस कॉमिक्स को देखकर मेरे तीनों कुत्ते टिल्लू पाचू और ब्लैक तुरंत कॉमिक्स पर चढ़कर बैठ गए शायद वह भी इन कॉमिक्स को पढ़ना चाहते हैं.......
बाकी संजय गुप्ता जी को हृदय से आभार जिन्होंने बड़ी मेहनत और शिद्दत से अपने काम को अंजाम दिया और उन्होंने पुराने पाठकों की दिल की बात सुनी जो उन्होंने मार्केट से लगभग गायब हो चुकी कॉमिक्स को पुनः प्रकाशित किया आशा करता हूँ वो भविष्य में इसी तरह निरंतर पुरानी क्लासिक चित्रकथाओं को रीप्रिंट करते रहेंगे धन्यवाद जय हिंद जय भारत ।।
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