Friday, March 3, 2023
क्लासिक नागराज हमारी पहली और आखिरी चॉइस ❤️
आर विवेक आर जे जी की कलम से
क्लासिक नागराज हमको बहुत पसंद है।।
और वो ही हमारी पहली और आखिरी चॉइज रहेगा।
उसके कई कारण है।
लेकिन एक सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कारण जो है वो है किसी भी पुराने क्लासिक नागराज की कॉमिक्स के कवर।।
उन कवर में क्लासिक नागराज एक योद्धा,एक सुपर हीरो की नजर आता था। जो दुश्मनों को धूल चटा देता था। जो दुश्मनों को नाकों चने चबवा देता था। जिसकी आने वाली कॉमिक्स के विज्ञापन ही इतनी धूम से आते थे कि उस समय हम सभी कॉमिक्स की दुकानों के चक्कर लगा लगा के भी नही थकते थे।।
और दुकानों पे एक मेला सा लगा रहता था।।
दुश्मन कितना भी मजबूत हो नागराज कभी हार नही मानता था। लेकिन।
लेकिन।
लेकिन।
बाद के कवर।।
बाद के ज्यादातर कवर में नागराज को पीटते हुए, कुटते हुए,कुचलते हुए,दबोचते हुए, काटते हुए, मरते हुए, दिखाया गया।।
इतनी बार नागराज को कवरो पे काटा गया,नोचा खसोंटा गया कि बेचारा नागराज बिलकुल ही असहाय सा नजर आने लगा। बेचारे की इतनी मिट्टी पलीद दी कि अब नागराज दुश्मनों के सामने आने से भी घबराने लगा।
और पाठक नागराज की कॉमिक्स पढ़ने से घबराने लगे।
( 2004 के बाद से कॉमिक्स की सेल में गिरावट 80% तक हो चुकी थी) एक तरीके से श्राप लगा कॉमिक्स जगत को।।
जिस नागराज की बदौलत भारत में कॉमिक्स का उदय हुआ ज्ञात रहे नागराज इंडियन कॉमिक्स जगत का और एक खास पब्लिकेशन का मजबूत स्तंभ है और उसी नागराज की बदौलत कॉमिक्स को इंडिया में पहचान मिली उसी नागराज की इतनी दुर्गति कभी नही हुई थी।
आज कल जो NNN नागराज के कवर आ रहे है। उनमें कई में NNN नागराज एक योद्धा की तरह ही दिखाया जा रहा है खास कर संजय गुप्ता जी की आदि पर्व सीरीज में।
और ये देख के बहुत ही खुशी होती है कि अब नागराज को कोई काट पीट नही रहा ,कोई कुचल नही रहा।
बस ऐसे ही हमारे नागराज को हर कवर पे एक योद्धा के रूप में दिखाया जाए ।।।।
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