Saturday, July 1, 2023
बचपन में सबसे पहला प्यार तो कॉमिक्स ही हुआ करता था
ये वाकई सही नाम है तन-मन कॉमिक्स 😊 बस धन और जोड़ देते क्योंकि बचपन का सारा जेबखर्च इसी के नाम रहा है,😊🙏
मन तो सदैव कॉमिक्स के नाम रहा ही है , तन मतलब शरीर को बेहद दुखी किया है बचपन में कॉमिक्स के चक्कर में , मुझे आज भी याद है शर्ट के नीचें कॉमिक्स छुपाकर मीलों पैदल चलना, एक मोहल्ले से दूसरे मोहल्ले दूसरे से तीसरे मोहल्ले कभी नीरज के घर कभी रविन्द्र के घर कभी अनिल के घर तब हर मोहल्ले में कॉमिक्स वाले दोस्तों की एक टीम हुआ करती थी, और हर मोहल्ले की दुकानों पर कॉमिक्स भी हुआ करती थी, अब न कॉमिक्स पढ़ने वाले वो दोस्त है न वो दुकानें है अब बस यादें है उस गुजरे जमाने की, कभी गुजरना होता है जब उन गलियों से तो पुरानी यादें ताज़ा हो जाती है की कभी यहाँ कोई दुकान हुआ करती थी जहाँ रस्सियों से टंगी कॉमिक्स आनंद की एक अलग ही दुनियां की सैर कराती थी, उस टाइम बस ये एक ही सपना होता था काश ये सारी कॉमिक्स मेरी होती❤️
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment